आकाशगंगा के रहस्यों को उजागर करना: हमारी आकाशगंगा के प्राचीन वास्तुकारों शिव और शक्ति से मिलें!
अंतरिक्ष के विशाल विस्तार में, जहां तारे आकाशीय रत्नों की तरह चमकते हैं, खगोलविदों ने एक उल्लेखनीय खोज का खुलासा किया है: सितारों की दो प्राचीन धाराओं का नाम हिंदू देवताओं शिव और शक्ति के नाम पर रखा गया है। यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी की गैया दूरबीन की पैनी नजरों से पहचाने गए ये ब्रह्मांडीय टाइटन्स, हमें हमारी प्रिय आकाशगंगा की उथल-पुथल भरी शुरुआत की एक झलक प्रदान करते हैं। इसे चित्रित करें: 12 अरब वर्ष पहले, मानवता के उद्भव से बहुत पहले, इन धाराओं का जन्म हुआ था। वे ब्रह्मांड की प्रारंभिक अवस्था के टाइम कैप्सूल की तरह हैं, आकाशगंगाओं के अवशेष जो सृष्टि के ब्रह्मांडीय नृत्य में हमारी आकाशगंगा में विलीन हो गए। युगों पहले बने तारों का भार वहन करने वाली प्रत्येक संरचना, हमारी आकाशगंगा की उत्पत्ति के रहस्य रखती है। शिव और शक्ति, अपनी समान रासायनिक रचनाओं के साथ, तारकीय विकास की एक कहानी बताते हैं जो समय की शुरुआत से चली आ रही है। कल्पना कीजिए, इनमें से प्रत्येक संरचना का द्रव्यमान हमारे उग्र सूर्य से दस लाख गुना अधिक है! हिंदू पौराणिक कथाओं में, शिव और शक्ति के मिलन से ब्रह्मांड का जन्म हुआ।